गमछे से गला घोंटकर पत्नी ने कर दी पति की हत्या , जंगल में रह रही थी छिपकर, जशपुर पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर भेजा जेल
मन्नू महंत
जशपुर। घर में रखे चावल को बेचने को लेकर पत्नी पत्नी के बीच विवाद इस कदर बढ़ गया कि पत्नी ने अपने पति को गमछा से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। पूरा मामला चौकी सोनक्यारी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चिरोटोली शैला का घटना है। प्रार्थी मद्रास राम निवासी चिरोटोली शैला ने 11 नवम्बर 2024 को चौकी सोनक्यारी में शिकायत दर्ज कराई कि यह अपने ग्राम में रहकर मजदूरी एवं बांस का सामान बनाने का कार्य करता है, इसके घर के पास में ही इसके छोटे भाई वकील राम का घर है।
10 नवंबर 2024 के शाम करीब 7 बजे यह अपने घर में था, इसी दौरान उसके भाई-बहु द्वारा अपने घर में रखे चावल को बेचने को लेकर झगड़ा-विवाद कर रहे थे, ज्यादा आवाज आने पर यह उनके घर के पास जाकर देखा तो इसकी बहु बिरसी बाई अपने पति वकील राम को घर के अंदर से उसके गला में सफेद गमछा को कसा हुआ लपेटकर घसीटते हुये बाहर परछी में निकाली थी।
प्रार्थी द्वारा बिरसी बाई को ऐसा करने से मना किया एवं भाई को छूकर देखा तो उसका सांस नहीं चल रहा था, उसकी मृत्यू हो चुकी थी। बिरसी बाई द्वारा गमछा से अपने पति वकील राम के गला में लपेटकर गला घोंटकर हत्या कर दी। प्रार्थी की उक्त रिपोर्ट पर बिरसी बाई के विरूद्ध चौकी सोनक्यारी में भा.न्या.सं. की धारा 103(1) का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की आरोपिया बिरसी बाई घटना घटित कर फरार थी।
हत्या में गंभीर अपराध घटित होने पर जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा चौकी सोनक्यारी एवं थाना सन्ना से रात्रि में ही तत्काल 3 टीम गठित कर आरोपिया की पतासाजी हेतु रवाना किया गया, टीम द्वारा विभिन्न जंगलों एवं संभावित स्थलों में लगातार दबिश दी जा रही थी। पतासाजी दौरान उक्त महिला के एक जंगल में छिपकर रहने की सूचना मुखबीर से मिलने पर जंगल के चारों ओर से दबिश देकर उसे अभिरक्षा में लेकर चौकी में लाया गया। महिला को भूख लगने पर वह जंगल से बाहर निकली थी।
बिरसी बाई से पूछताछ में उसके द्वारा उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया गया एवं उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कपड़ा गमछा को जप्त किया गया। आरोपी महिला के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपिया की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी सन्ना उप निरीक्षक बृजेष यादव, चौकी सोनक्यारी प्रभारी स.उ.नि. बालकृष्ण भगत, प्र.आर. विजय खूंटे, प्र.आर. विशाल गुप्ता, आर. विरेन्द्र तेंदुआ, आर. विमलेष्वर एक्का, म.आर. सुनिति एक्का एवं न.सै. शिवशंकर रवि का योगदान रहा है।