हर रात के तरह आज रात भी रोड़ घटनाओ शीलसिला बना जशपुर रोड़
हर दिन के तरह रात होते ही बाइक चालको को जान हथेली पर रख सफर तय करना पढ़ रहा है अपने शहर को रोजी रोटी काम काज के तलाश के लिए, आपको बता दे यह गाँव यह शहर जशपुर जिले के सबसे प्रतिष्ठित गाँव पथलगाव को नामचिंन माना जाता है जंहा नौतिक राजनीतिक का सफर बढ़ी जोरों से चलती है जिसकी उड़ान राजधानी रायपुर से लेकर दिल्ली तक भरी जाती है जिस जंमी भू पर बड़े बड़े नेताओं मंत्री के ढेरा बसेरा है लेकिन भी मानो सच पर से अधिकारीयो को ख़ौफ़ खत्म सा हो गया है।मानो आम आदमी के आवाज दम तोड़ रही हो। आये दिन रोड़ दुर्घटना होने के बाद भी सुधार न होना बात को जग जाहिर करने के लिए काफी है लोगों को आवागमन में सुविधा मिल सके इस उद्देश्य से सड़कों का निर्माण किया जाता है, लेकिन यहां जशपुर रोड़ मार्ग का आलम कुछ इसकदर है की जीव का जंजाल बना हुआ है। इसका मुख्य कारण मार्ग का पूर्ण न हो पाना है।
जशपुर जिले के पथलगाँव से जशपुर पहुंचने वाली मुख्य मार्ग NH, 43पर रोड का निर्माण पिछले 7 सालों किया जा रहा है, लेकिन कार्य पूरा न होने से वाहन चालक की मुसीबत बढ़ गई है। वही वाहन अनियंत्रित होकर लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। लेकिन शासन कंबल ओढ़े आराम कर रही है जबकि रोज आये दिन पाकरगाँव से पालिडीह लाखझार के बीच रोड़ घटनाओं सिलसिला बना है जिसमें आज रात भी दो अलग अलग बाइक सवार अधूरे रोड़ के वजह से जा गिरे जिसमें तीन लोगों को गंभीर चोट आई है जिसे रात को ही लोगों ने तत्काल अस्पताल एक निजी वाहन से पहुँचाया आपको बता दे यह मामला ठीक तहसील के पास का होना बताया जा रहा है ठेकादार ने निर्माण कार्य प्रारंभ तो कराया लेकिन अपूर्ण रोड़ मे किसी प्रकार के अधूरे निर्माणाधीन कार्य के निशान बोर्ड बेरिकेटिंग नही लगा रहे हैं जिससे हर रात घटना घट रही वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। इसके बाद जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहा है।