बड़ी खबर = रोजगार के लिए करोड़ों योजनाएं खर्चे के बाद बेरोजगारी से जूझ रहे इस गांव में फांसी के बढ़ते मामले

जशपुर जिला के पत्थलगांव पालिड़ीह से एक बड़ी खबर निकल के आ रही है जिसमें एक नौजवान यवक ने फांसी लगाकर अपनी लीला समाप्त कर ली है। मामले में ग्रामीणों का कहना है पालीडीह में ज्यादातर आदिवासी गौड़ समाज के निवास करते है ।जिसमें ज्यादातर कामकाजी और मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं वहीं पिछले 5 सालों में इस गांव में फांसी लगाकर जान देने का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। जो नश्चित ही इस गांव के लोगों के लिए हैरान परेशान करने का विषय है। जबकि यह गांव शहर तहसील से लगा है जिसके लिए सरकार ने भी शिक्षा रोजगार योजनाओं से जोड़ने के लिए अनेकों प्रयास महत्वाकांक्षी योजनाएं किए हैं। जिससे आत्महत्या हत्या जैसे अपराधों को रोका जा सके और लोग रोजगार से जुड़कर अच्छा जीवन यापन कर सके। मामले में लोगों का यह मानना है कि यह गांव आज सरकार के अनेकों प्रयास के बाद भी बेरोजगारी और अशिक्षिता से जूझ रहा है,जिससे हताश युवा बच्चे खुदखुशी के शिकार हो रहे। जिसमें सरकार के सारे दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं । बताया जा रहा है कि इस गांव में सरकार ने महिलाओं तथा युवाओं को रोजगार जोड़ने के लिए करोड़ों रुपया खर्च किए थे लेकिन इस गांव में सारे योजनाएं भ्रष्टा चार की भेंट चढ़गई निसंदेश खुदकुशी के बढ़ते मामले इस बात को दर्शाता है की इन योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को तो लाभ नहीं मिला बल्कि सरपंच उपसरपंच के जेबों को जरूर मालामाल किया होगा जिसकी कीमत युवाओं तथा लोगों को बेरोजगारी के भेंट का सामना करना पड़ रहा है जिससे घर में खर्चों ओर पैसे के अभाव में इस गांव में घरों में विवादों को उत्पन्न दे रहे हैं और ऐसे मामले बढ़ रहे हैं जिसे सरकार को ध्यान देने होगे ऐसा लोगों का कहना है।